कृष्ण भाग ८

कृष्ण भाग ८ – भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य

  देवकी के आठवें गर्भ के आठवें महीने में समस्त शुभ गुणोंसे युक्त बहुत सुहावना समय आया। रोहिणी नक्षत्र था। आकाशके सभी नक्षत्र, ग्रह और तारे शान्त,सौम्य हो रहे थे ।⁠ दिशाएँ स्वच्छ प्रसन्न थीं। निर्मल आकाशमें तारे जगमगा रहे… Read More ›