कृष्ण की बहन

कृष्णा भाग १० – कंसके हाथसे छूटकर योगमायाका आकाशमें जाकर भविष्यवाणी करना

जब वसुदेवजी लौट आये, तब नगरके बाहरी और भीतरी सब दरवाजे अपने-आप ही पहलेकी तरह बंद हो गये। इसके बाद नवजात शिशुके रोनेकी ध्वनि सुनकर द्वारपालोंकी नींद टूटी ⁠।⁠ वे तुरन्त भोजराज कंसके पास गये और देवकीको सन्तान होनेकी बात… Read More ›